भारत का अक्षांशीय व देशांतरीय विस्तार कितना है ?
नमस्ते दोस्तों!
आज हम भारत का अक्षांशीय व देशांतरीय विस्तार कितना है ? के बारे में जानेंगे, जो SSC, UPSC और PSC परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाने वाले विषयों में से एक है।
यह जानकारी क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह आपको भारत की भौगोलिक स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा।
- यह आपको भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु और मौसम के पैटर्न को समझने में मदद करेगा।
- यह आपको भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कृषि और अन्य आर्थिक गतिविधियों को समझने में मदद करेगा।
तो आइए शुरू करते हैं!
भारत का अक्षांशीय व देशांतरीय विस्तार कितना है ?
37°6’N Indira Col- 8°4 कन्याकुमारी
कुल दुरी -2933 Km.68°7’N गुहरमोती गाँव कच्छ, गुजरात (सरक्रीक)- 97°25 E ( किबिधु गाँव अनजाब जिला (A.P.)
कुल दुरी 3214 km.भारत का अक्षांशीय तथा देशान्तरीय विस्तार लगभग 30° है परन्तु भारत में उत्तर से दक्षिण तक की दूरी, पूर्व से पश्चिम की दूरी से अधिक है क्योंकि ध्रुवीय क्षेत्रों की ओर बढ़ने पर देशान्तर के बीच दूरी कम होती जाती है। परन्तु अक्षांशों के बीच की दूरी समान रहती है
भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख km²
विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.4% भारत का क्षेत्रफल है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में 7th स्थान है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से अधिकतम क्षे. वाले देश-
1. Russia
2. Canada
3. China
4. USA
5. Brazil
6. Australia
7. INDIA
8. Argentina
9. Kazakhastan
10. Algeria
भारत की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार, 121 करोड़ है जो विश्व की जनसंख्या का 17.5 % है।
जनसंख्या के आधार पर विश्व में भारत का दूसरा स्थान है।
भारत का अक्षांशीय विस्तार:
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भारत का मुख्य भूभाग 8°4′ उत्तर और 37°6′ उत्तर अक्षांशों के बीच स्थित है।
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कर्क रेखा (23°27′ उत्तर) भारत को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है।
-
भारत का दक्षिणीतम बिंदु कन्याकुमारी है, जो 8°4′ उत्तर अक्षांश पर स्थित है।
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भारत का उत्तरीतम बिंदु इंदिरा कॉल (जम्मू और कश्मीर) है, जो 37°6′ उत्तर अक्षांश पर स्थित है।
भारत का अक्षांशीय विस्तार 30° होने के कारण भारत में जलवायु, मृदा तथा वनस्पति से संबंधित विविधता पाई जाती है।
कर्क रेखा भारत को दो प्रमुख भागों में बाँटती है:- भारत का दक्षिणी भाग उष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र में तथा उत्तरी भाग शीतोष्ण कटिबन्धीय क्षेत्र में स्थित है।
फिर भी भारत में उष्ण कटिबन्धीय मानसून जलवायु पाई जाती है क्योंकि उत्तर में स्थित हिमालय पर्वत साइबेरिया
से आने वाली ठण्डी पवनों को रोकता है।
कर्क रेखा भारत के निम्नलिखित राज्यों से गुजरती हैं :-
1. Gujrat
2. Jharkhand
3. Rajasthan
4. West Bengal
5. M.P.
6. Tripura
7. Chhattisgarh
8. Mizoram
भारत का देशांतरीय विस्तार:
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भारत का मुख्य भूभाग 68°7′ पूर्व और 97°25′ पूर्व देशांतरों के बीच स्थित है।
-
भारत का पश्चिमीतम बिंदु कच्छ का रण है, जो 68°7′ पूर्व देशांतर पर स्थित है।
-
भारत का पूर्वीतम बिंदु डिब्रूगढ़ (असम) है, जो 97°25′ पूर्व देशांतर पर स्थित है।
भारत का देशान्तरीय विस्तार 30° होने के कारण भारत के सबसे पूर्वी तथा पश्चिमतम भाग के बीच 2 घंटे का अन्तर पाया जाता है।
821/2° E को भारत की स्थानीय समय गणना के लिए एक मानक देशान्तर देशान्तर के रूप में चुना गया है। भारत का समय GMT से 5/2 घंटे आगे है।
821/2° E निम्नलिखित राज्यों से गुजरती है:-
1.Uttar Pradesh.
2 Madhya Pradesh.
3. Chhattisgarh
4. Odisha
5. Andhra Pradesh
हमने इस टॉपिक के साथ भूगोल विषय के और भी टॉपिक पर ब्लॉग लिखे है जो आपके एस एस सी और upsc के लिए मददगार साबित हो सकते है जिम्के लिंक नीचे दी गई है
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अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार का महत्व:
- भारत के अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार का देश की जलवायु, मौसम, कृषि और अन्य आर्थिक गतिविधियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
- यह जानकारी भारत के विभिन्न क्षेत्रों के बीच समय के अंतर को समझने में भी मदद करती है।
यह जानकारी आपको SSC, UPSC और PSC परीक्षाओं में सफल होने में मदद करेगी।
अधिक जानकारी के लिए:
- NCERT की भूगोल की पाठ्यपुस्तकें
- भारत के मानचित्र
- इंटरनेट पर उपलब्ध संसाधन
आभार!
अगले ब्लॉग पोस्ट में मिलते हैं!
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