भारत में भूकंप क्षेत्र

|
Facebook
भारत में भूकंप क्षेत्र

भारत में भूकंप क्षेत्र-भारत के उत्तरी हिमालय क्षेत्र में भूकम्प अधिक आते हैं क्योंकि यह क्षेत्र अभिसारी प्लेट किनारों पर स्थित है।
इस क्षेत्र में इण्डो- ऑस्ट्रेलियन प्लेट, यूरेशियन प्लेट की ओर प्रतिवर्ष 1 cm. बढ़ रही है। भारत के दक्षिणी भाग को अब तक भूकम्प से सुरक्षित क्षेत्र माना जाता था परन्तु अब यह अवधारणा खारिज | हो गई है  क्षेत्र में कई भूकम्प आए हैं। इन भूकम्पों का प्रमुख कारण कृष्णा (भीमा) नदी बेसिन क्षेत्र में भ्रंश का निर्माण है। अब भारत के किसी भी स्थान को पूर्णरूप से भूकम्प से सुरक्षित नहीं माना जा सकता परन्तु प्रायद्वीपीय भारत गोंडवानालैण्ड का हिस्सा है।

Karnik Scale  मेदवेदेव स्पूनहर ने बनाया था। इस  स्केल का उपयोग किया जाता है।  इस स्केल का निर्माण 1964 में किया गया था अतः इसे MSK-64 भी कहते हैं।
इस स्केल के द्वारा आघात की तीव्रता को मापा जाता है। भारत में MSK-Ⅱ से MSK-IX तीव्रता के भूकम्प पाए जाते हैं

भारत में भूकंप क्षेत्र

 

भारत में भूकंप क्षेत्र

Zone 5 MSK-9)
Zone 4 ( MSK-8)
Zone 3 ( MSK -7)
Zone 2 ( MSK -6)

भूकंप का  Zone 5 

इसे अति अधिक क्षति जोखिम क्षेत्र (Very high Damage Risk Zone) कहते हैं ।
ये जोन क्षेत्र अभिसारी प्लेट किनारो पर स्थित है । यहाँ अत्यधिक तीव्रता के भूकम्प आते हैं। विनाशकारी होते है  इसमें MSK – IX या उससे ज्यादा तीव्रता के भूकम्प सामिल है।
इन क्षेत्र में मुख्य रुप से उत्तर पूर्व राज्य , उतरखंड हिमाचल पदेश ,बिहार का उत्तरी भाग, जम्मू कश्मीर तथा गुजरात का कच्छ जिला शामिल  है

भूकंप का Zone 4

इस‌का नाम High Damage Risk Zone है। यहाँ MSK III तीव्रता के भूकम्प आते हैं। यह क्षेत्र जोन-5 के पास पाए जाते हैं। इस क्षेत्र में विनाशकारी भूकम्प आते हैं। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से J&K, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा, UP, बिहार, सिक्किम, प. बंगाल, महाराष्ट्र तथा गुजरात शामिल  हैं

भूकंप का Zone 3 

इसका नाम Medium Damage Risk, Zone है इस क्षेत्र में MSK-VII तीव्रता के भूकम्प आते हैं। यहाँ भूकम्प का विनाशकारी प्रभाव थोडा कम होता है। इस क्षेत्र में भारत के अधिकतम राज्य सामिल है

भूकंप का Zone 2 

इसे Low Damage Risk Zone कहते हैं। इस क्षेत्र में MSK-VI या उससे कम तीव्रता के सूकम्प पाए जाते हैं।
भारत में पहले Zone – 1 भी था परन्तु भारतीय मानक ब्यूरो ने जोन-1 को जोन 2 में मिला दिया है। इस ब्यूरो के अनुसार भारत का ५७% क्षेत्र अभी भी भूकम्प से कम प्रभावित क्षेत्रों में सम्मिलित है। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से दक्षिणी भारत एवं उत्तर-पश्चिमी भारत सम्मिलित है।अतः भारत का 54% क्षेत्र अभी भी अधिक भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों में सामिल है भारत में पहले  Zone – 1 भी था परन्तु भारतीय मानक ब्यूरो ने जोन-1 को जोन 2 में मिला दिया है। इस ब्यूरो के अनुसार भारत का ५७% क्षेत्र अभी भी भूकम्प से कम प्रभावित क्षेत्रों में सम्मिलित है ।

हमने इस आर्टिकल में हमने भारत में भूकंप जोन के बारे में जानकारी प्राप्त की  ये सभी जानकरी राजस्थान सिविल सेवा और अन्य एग्जाम में इसने क्वेश्चन पूछे जाते है आप इनके साथ ही भारतीय भूगोल के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते है इसके अलावा, हमने और भी  ब्लॉग पोस्ट तैयार की है जिसमें हम बात करेंगे कि

क्यों आते है भूकम्प ? कारण प्रकार और सिद्धांत

इसी के साथ, हम इस ब्लॉग पोस्ट में हमने भूकम्प  विश्वभर में वितरण जो युपीएससी एगजम के महत्वपूर्ण है । को और रोचक बनाने के लिए एक और ब्लॉग लेख का लिंक भी साझा करेंगे, यहाँ पर दी गई जानकारी हमने विकीपीडिया तथा मान्यता प्राप्त कोचिंग के नोटस से  जानकारी से प्राप्त की है 

Leave a Comment