ट्रांस हिमालय का विस्तार-आज हम ट्रांस हिमालय के बारे में जानेंगे, जो हिमालय का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह ब्लॉग आपको निम्नलिखित जानकारी प्रदान करेगा यह ब्लॉग एसएससी, यूपीएससी और पीएससी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी होगा।
ट्रांस हिमालय का विस्तार
ट्रांस हिमालय
यह उत्तरी पर्वतीय प्रदेश का सबसे उत्तरी भाग है। यह भाग J & K तथा तिब्बत में विस्तृत है। मुख्य हिमालय के वृष्टि छाया क्षेत्र में होने के कारण यहाँ शुष्क परिस्थितियों पाई जाती है। इस भाग में तीन प्रमुख पर्वत श्रेणियाँ हैं:-
काराकोरम
लद्दाख
जास्कर
काराकोरम Range
यह ट्रांस हिमालय की सबसे उत्तरी श्रेणी है। यह इस भाग की सबसे लम्बी तथा ऊँची श्रेणी है। इस श्रेणी में भारत की सबसे ऊँची तथा विश्व की दूसरी सबसे ऊँची चोटी K2 (गॉडविन ऑस्टिन) स्थित है।
इस श्रेणी में बहुत से अल्पाइन हिमनद पाए जाते हैं।
हिस्पर (Hispar), बतुरा (Batura), बालतोरो (Baltoro), बियाफो (Biafo), सियाचिन (Siachen)
सियाचिन हिमनद Nubra Valley में स्थित है। नुब्रा नदी का उद्गम सियाचिन हिमनद से होता है।
सियाचिन हिमनद विश्व की सबसे ऊँची युद्ध भूमि है।
लद्दाख Range
इस श्रेणी को तिब्बत में कैलाश पर्वत कहते हैं। इसके दक्षिण में मानसरोवर झील स्थित है। काराकोरम तथा लद्दाख श्रेणी के बीच लद्दाख का पठार
स्थित है। यह भारत का सबसे ऊँचा पठार (4800m) है।यह अन्तः पर्वतीय पठार है इसलिए यहाँ शुष्क परिस्थितियाँ पाई जाती है। यह भारत का ठण्डा मरुस्थल है।
जास्कर Range
यह ट्रांस हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणी है। इस श्रेणी तथा लद्दाख श्रेणी के बीच सिन्धु नदी घाटी स्थित है।
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